सागरिका इफको उपयोग
दोस्तों आज डिस्कस करेंगे इफको की सागरिका के बारे में। इसको फसलों में कौन सी स्टेज में यूज़ करना चाहिए परफेक्ट टाइपिंग क्या है, कौन कौन सी फसलों में यूज़ कर सकते हैं, परफेक्ट डोस क्या लेने चाहिए | इसको कि सागरिका एक समुद्री सेवाल से निर्मित उत्पाद है। तो ये इसका बहुत ही अच्छा बेनिफिट है की ये ऑर्गॅनिक है और ये बनाया जाता है भारत के दक्षिणी पूर्वी तटों पे। समुद्री जल में लाल बुरे रंग का शैवाल होता है उसे प्राप्त करके ये बनाया जाता है। इसलिए ये ऑर्गॅनिक उत्पाद है। अगर इसकी कम्पोजिशन की बात करे की इसमें क्या क्या आता है तो इसमें अट्ठाइस परसेंट समुद्री सवाल कर रहे सात उसके साथ ही प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, अकॉर्बनिक लवण, विटामिन, प्राकृतिक हार्मोन अन्य कई तरीके के पोषक, उनके साथ ही पौधों की वृद्धि करने वाले हार्मोन जैसे कि जिब्रैलिन है,साइतोकेनिन है।
ऑक्सिन और अन्य कई तरीके के पोषक तत्वों का मिश्रण ये आता है। अब अगर बात करें कि कौन कौन सी फसलों में इसका यूज़ कर सकते हैं तो सभी प्रकार की सब्जी वर्गीय फसलें चाहे प्याज, टमाटर, आलू, मिर्च, बैंगन, भिंडी, किसी भी टाइप की सब्जी वर्गीय फसलें हो, किसी भी प्रकार के बागवानी में प्लांट्स हो। आपके अनार, मौसम भी किन्नू, नींबू, संतरा, उसके साथ ही बनाना वगैरह है।
उनमें भी आप यूज़ कर सकते हैं और रबी खरीब है, धान है, कपास है, गन्ना है। इन सब में इसको यूज़ कर सकते हैं क्योंकि ये 100% ऑर्गॅनिक है तो इसका किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है। अगर आप ऑर्गॅनिक खेती कर रहे हैं तो ये आपके लिए बहुत ही ज्यादा यूज़फुल है। आप इसका यूज़ कर सकते हैं।
अब इसके लिए सबसे इम्पोर्टेन्ट आता है कि इसको यूज़ क्यों करना चाहिए और कब यूज़ करना चाहिए दोस्तों जब भी फसलों की वेजिटेटिव ग्रोथ हो रही हो, जब फसलों की फुटाव हो रहा हो उस टाइम इसको यूज़ करेंगे तो फसलों के नुट्रिशन डेफिशियेंसी कंप्लीट होगी और ग्रोथ अच्छी होगी तो ग्रोथ के लिए आप यूज़ कर सकते हैं। उसके साथ ही जैसे ही फ्लोवर आएँगे तो फ्लोवर ज्यादा मात्रा में आने चाहिए। तो फ्लोरिंग स्टेज जैसे ही शुरू हो जाए उस टाइम आप इसका यूज़ कर लेते तो फ्लोर से ज्यादा आएँगे।
तीसरा आपको स्प्रे करना है। जब आपकी फसल में फ्लोरिंग स्टेज कंप्लीट हो जाए और फल बनने लग जाए। छोटे छोटे उस टाइम आप यूज़ कर लें तो उस टाइम भी नुट्रिशन डेफिशियेंसी कंप्लीट हो और जो फल बनेंगे उनकी क्वालिटी अच्छी बनेगी। साइज अच्छी बनेगी। नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, ज़िंक, कोपर, सल्फर यानी सभी प्रकार के पोषक तत्वों की पूर्ति ये करता है। इसलिए इसको यूज़ करना चाहिए और इसके साथ ही यह प्रकाश विश्लेषण की क्रिया को भी बढ़ाता है, जिससे कि पौधे अच्छे से भोजन बना पाते हैं और हमेशा फसल या पौधे हरे भरे रहते हैं तो ये इसके बेनिफिटस हैं और तीन टाइम आपको यूज़ करना चाहिए। मिनिमम आप अगर दो बार भी यूज़ कर सकते हैं फ्लोरिंग स्टे से पहले और फल बनते समय लेकिन अगर वेजिटेटिव ग्रोथ अच्छी चाहिए तो आपको तीन स्प्रे करने चाहिए। अब अगर इसकी परफेक्ट डोस की बात करें कि इसकी परफेक्ट डोस ही क्या है तो इसकी डोस है। दो एम एल पर लीटर के हिसाब से गोल तैयार करके आप को अपने फसलों में स्प्रे करना है।
एक एकड़ के लिए आप 400 एम एल यूज़ कर सकते हैं। 400 एम एल 200 लीटर पानी में मिक्स करके आप स्प्रे करें लेकिन जो भी आप स्प्रे करें, दो स्प्रे करें या तीन स्प्रे करें तो उनके बीच में मिनिमम 15-20 दिन का गैप जरूर रखें क्योंकि 15-20 दिन तक इसका रिसाल्ट अच्छा देखने को मिलता है। तो इतना गैप आप जरूर रखें।
मिनिमम हर फसल में दो स्प्रे करने हैं, नहीं तो आप तीन चार भी कर सकते हैं और अगर इसकी प्राइस की बात करें तो एक लीटर की बॉटल लगभग 500 से ₹600 की समथिंग मार्केट में अवेलेबल होती है। प्राइस थोड़ी अप डाउन हो सकती है।
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FAQ:-
सागरिका का उपयोग कैसे किया जाता है?
सुबह के समय छिड़काव करें जब ओस की बुंदे न हों।
सागरिका में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
ऑक्सिन, साइटोकिनिन और गिबरेलिन, आवश्यक अमीनो एसिड, मैक्रो और सूक्ष्म पोषक तत्व हैं।
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