6444 धान कितने दिन में होता है
आज हम बात करेंगे किसानों की पहली पसंद एवं भारत में सर्वाधिक बिकने वाला हाइब्रिड धान बीज 6444 गोल्ड के बारे में। यह कितनी अवधि का धान है। कितना उपज देता है। किस खासियत की वजह से यह किसानों की पहली पसंद है।
किसान भाइयों 6444 गोल्ड बांयर कंपनी का बहुत ही अच्छे किस्म का हाइब्रिड मोटा धान है। यह मध्यम अवधि का होने के कारण 130 से 135 दिन में पक कर तैयार हो जाता है। रोपाई के बाद पौधे का सम्पूर्ण विकास बहुत तेजी से होता है। प्रत्येक पौधे में उत्पादित कलों की संख्या अन्य किस्मों की तुलना में अधिक होती है। इसकी बाली लंबी एवं गुच्छेदार होती है, जिससे बाली में दानों की संख्या अधिक होने के कारण सामान्य दशा में भी यह 28 से 30 कुंतल प्रति एकड़ पदभार दे देता है। 6444 बोल्ड बीएलबी रोग यानी जीवाणु जनित झुलसा रोग के प्रति भी संशील है। जीवाणु जनित झुलसा रोग धान की बड़ी घातक बीमारी है। जिसका प्रकोप होने पर उपज में 60 से 80 प्रतिशत तक का नुकसान हो जाता है और आय 6444 गोल्ड सूखे के प्रति भी जबरदस्त संशील है। यानी मौसम अनुकूल न होने पर भी अच्छी उपज देने में सक्षम है।
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मजबूत कलों के कारण यह विपरीत प्रस्तितियों में भी खड़ा रहने की क्षमता रखता है। इसका चावल स्वादिष्ट एवं चिपचिपा रहित होता है। 1 एकड़ खेत की रोपाई के लिए केवल 5 से 6 किलोग्राम बीज नर्सरी तैयार करने के लिए काफी होता है। किसान भाइयों अब जानते है कि 6444 बोर्ड किसानों की पहली पसंद क्यों है। किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए बायर कंपनी ने सन 2001 में हाइब्रिड धान अराइज 6444 लाया जो भारत में सबसे अधिक बोला जाने वाला धान बना। इस धान की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि जो पैदावार किसानों को सन 2002 में मिली। इस धान से वही पैदावार किसानों को आज भी मिल रही है। समय के साथ इसके उपज में कोई कमी नहीं हुई। इसलिए 6444 बोर्ड किसानों की आज भी पहली पसंद बना हुआ है। किसान भाइयों बायर कंपनी का अराईज चौसठ चौवालिस बोल्ड हाइब्रिड किस्म का मोटा धान है। मध्यम अवधि का होने के साथ साथ बहुत अधिक पदावार देने में भी सक्षम है। इसमें सूखा झेलने की क्षमता भी है। जीवाणु जनित झुलसा रोग के प्रति संशील भी है। इसलिए धान की अधिक उपज लेने के लिए अराइज 6444 बोर्ड का चुनाव विश्वास के साथ कर सकते हैं।
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