पीली सरसों की उन्नत किस्में | Improved varieties of yellow mustard

 पीली सरसों की उन्नत किस्में

 आज जायेंगे पीली सरसों की तीन प्रजातियां के बारे में ये प्रजाति है ऐसी है की ज्यादा उत्पादन देती है, सही समय पर आती है और इनकी लंबाई भी मध्यम होती है। कुल मिलाकर इसे आप छह फसली के रूप में भी करने के साथ कर सकते है और ज्यादा पैदावार ले सकते है। तीनो में से कोई भी एक प्रजाति ला सकते है या तीनो भी लगा सकते है। अलग अलग तो आपको ज्यादा पैदावार मिलेंगे। 

पीली सरसों की उन्नत किस्में


सबसे पहले बात करेंगे हम जो मई को कंपनी की उल्लास वेरायटी आती है। ये एक शानदार प्रजाति है और काफी अच्छा उत्पादन देती है और दोस्तों बात करते है की ये समय कितने लेती है तो दोस्तों ये समय लेती है। ये लेती है 100 से 110 दिन अर्थात ये लगाने के पश्चात बुवाई के पश्चात 100 से 110 दिन में पक कर तैयार हो जाती है और इसका जो तना होता है ये मजबूत होता है। इसमें जो शाखाएं निकलती हैं, ज्यादा निगलती हैं और ज्यादा शाखाओं का मतलब हैं ज्यादा फलियां और ज्यादा फलियों के मतलब हैं ज्यादा पैदावार। कुल मिलाकर आप लगाकर अपनी सरसों की पैदावार ज्यादा ले सकती हैं। और बात तो इसकी जो लंबाई होती हैं, लंबाई इसकी होती हैं। करीब 95 से 100 सेंटीमीटर तक और इसकी जो सामान्य लंबाई हैं। इसीलिए ये गन्ने के खेत में क्या फसली के रूप में आसानी से कह सकती हैं और इसकी जो पैदावार हैं इसकी पैदावार आपको आठ क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से मिल सकती हैं। और आप ज्यादा पैदावार के लिए आप कोई भी सरसों का बीज बोएं उसमें सल्फर का अवश्य प्रयोग करें। क्योंकि सल्फर के प्रयोग करने से ताने मोटे बनते हैं, चमकदार बनते हैं और जो सल्फर होता है उससे जो की मात्रा वो भी बढ़ती है और इसमें तेल की जो मात्रा होती है, 42% होती है और कुल मिलाकर ये ज्यादा पैदावार देते हैं

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  नंबर दो पर जो प्रजाति है वो आती है नाथ की। और ना की एक ऐसी सरसों है जो 90 से 95 का तैयार हो जाती है और ये उन खेतों के लिए काफी लाभकारी है जो सेफ असली करते है। हमारे किसान अर्थात गन्ने के साथ इसे बोल सकते है तो ज्यादा पैदावार मिल सकती है और इसकी जो लंबाई होती है करीब 100 सेंटीमीटर होती है। उसकी जो फलिया होती है वो ऊपर की तरफ होती है। कुल मिलाकर इसकी पैदावार ज्यादा मिलती है और इसकी जो उत्पादन क्षमता है आठ से नौ क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से मिल सकती है और आप इसकी पैदावार ज्यादा भी ले सकते है। अच्छे देखभाल करते है। अच्छा उसको रखते हैं देखभाल तो उससे ज्यादा पैदावार भी ले सकते हैं और इसमें तेल की जो मात्रा होती है वो 42% होती है। कुल मिलाकर ये एक अच्छी पड़ जाती है। इसे भी आप बोल सकते हैं

 दोस्तों तीसरे नंबर पर जो हम प्रजाति रख रहे हैं वो है आपकी सुपर गोल्ड ए बी नाथ कंपनी की होती है और ये काफी अच्छी प्रजाति है और ये पकने में करीब 105 दिन लेती है। और ये पकने 105 दिन लेकर मध्यम समय पर हो जाती है। इसे भी आप ये तो आप सिंगल क्रॉप में ले सकते है। ये गन्ने के साथ ले सकते है ये प्रजाति का। अब इसके उचाई की बात करते है तो इसकी जो उचाई होती है करीब 100 सेंटीमीटर के आस पास होती है और इसकी जो प्रजाति है एक शानदार प्रजाति है। उसमें तेल की जो मात्रा होती है वो 42% होती है और इससे जो सरसों की जो पैदावार है वो ज्यादा मिलती है। अर्थात इससे आप 10 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से इसकी पैदावार निकाल सकते हैं और ज्यादा देखभाल करके आप इसकी पैदावार और बढ़ा सकते हैं। 

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